जय सविता जय जयति दिवाकर!, सहस्त्रांशु! सप्ताश्व तिमिरहर॥ भानु! पतंग! मरीची! भास्कर!...
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
शिव भजन
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
शिव चालीसा का पाठ पूर्ण भक्ति भाव से करें।
मंत्र महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् - अयि गिरिनन्दिनि
दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
O Lord, Every time the Deities humbly sought your guidance, you kindly and graciously uprooted all their Troubles. You shiv chalisa in hindi blessed the Deities with all your generous help if the Demon Tarak outraged them and also you wrecked him.
कमल नयन पूजन चहं सोई ॥ कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर ।
बुरी आत्माओं shiv chalisa in hindi से मुक्ति के लिए, शनि के प्रकोप से बचने हेतु हनुमान चालीसा का पाठ करें
कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥
शिव को भस्म क्यों चढ़ाई जाती है, जानिए यहां भस्म आरती के राज